Brett Lee की ऑल-टाइम Asian T20I XI: 5 भारतीय, बाबर आज़म बाहर; हांगकांग‑UAE के नाम चौंकाते हैं

Brett Lee की ऑल-टाइम Asian T20I XI: 5 भारतीय, बाबर आज़म बाहर; हांगकांग‑UAE के नाम चौंकाते हैं

बाबर आज़म बाहर, 5 भारतीय अंदर: ब्रेट ली की लिस्ट ने बहस छेड़ी

एशिया कप 2025 से पहले पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ Brett Lee ने अपनी ऑल-टाइम एशियन T20I XI जारी कर दी—और इसमें सबसे बड़ा सरप्राइज़ है पाकिस्तान के स्टार बाबर आज़म का नाम न होना। दूसरी तरफ भारत से पांच बड़े नाम शामिल हैं, जबकि हांगकांग और UAE के खिलाड़ियों को जगह देकर ली ने Associate क्रिकेट की ताकत पर भी मुहर लगा दी।

यह 12 सदस्यीय स्क्वॉड (क्रम बल्लेबाज़ी ऑर्डर नहीं) कुछ यूं है—विराट कोहली, रोहित शर्मा, मोहम्मद रिज़वान, बाबर हयात (हांगकांग), एम.एस. धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, वनिंदु हसरंगा, राशिद खान, अमजद जावेद (UAE), मोहम्मद नवीन (UAE), हैरिस रऊफ और जसप्रीत बुमराह।

भारत से विराट कोहली, रोहित शर्मा, एम.एस. धोनी, हार्दिक पंड्या और जसप्रीत बुमराह—यह पांच नाम उस दौर की याद दिलाते हैं जब भारतीय T20I टीम मैच की रफ्तार और दबाव दोनों पर एक साथ पकड़ रखती थी। ICC T20I रैंकिंग में भारत की मौजूदा शीर्ष स्थिति भी इस पसंद की पृष्ठभूमि बनती दिखती है। कोहली-रोहित की जोड़ी पावरप्ले में नियंत्रण देती है, धोनी फिनिशिंग और मैच-मैनेजमेंट में अलग क्लास रहे, पंड्या निर्बाध बैलेंस जोड़ते हैं और बुमराह डेथ ओवरों में गेम का गणित बदल देते हैं।

पाकिस्तान से मोहम्मद रिज़वान और हैरिस रऊफ को जगह मिली। रिज़वान T20I में निरंतरता और एंकर रोल के लिए जाने जाते हैं; उनके पास 3000+ T20I रन का ठोस बैंक है। रऊफ ने पाकिस्तान के लिए सबसे ज़्यादा T20I विकेट झटके हैं और मिडिल-ओवर से डेथ तक उनका इस्तेमाल कप्तान के हाथ में हथियार जैसा रहा है।

स्पिन की धुरी अफ़ग़ानिस्तान के राशिद खान और श्रीलंका के वनिंदु हसरंगा हैं—दोनों अपने-अपने तरीके से मैच पर शिकंजा कसते हैं। राशिद ने T20I में सबसे ज़्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है और पावरप्ले से डेथ तक उनका इम्पैक्ट एक-सा रहता है। हसरंगा की गुगली और रफ्तार-फ्लाइट का मिश्रण बैटर्स की लय बिगाड़ता है, साथ ही निचले क्रम में तेज रन भी आते हैं।

Associate क्रिकेट से हांगकांग के बाबर हयात, और UAE के अमजद जावेद व मोहम्मद नवीन का चयन—यही इस XI का सबसे दिलचस्प पहलू है। हयात अपने लंबे छक्कों और तेज स्ट्राइक-रेट के लिए जाने जाते हैं; 2016 एशिया कप क्वालीफायर में उनकी बल्लेबाज़ी ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। अमजद जावेद ने उसी दौर में बल्ला-गेंद दोनों से मैच पलटे, जबकि नवीन की हिट‑द‑डेक शैली और कटर्स T20 में लगातार असर डालते आए हैं। बड़े मंचों पर सीमित मौकों के बावजूद इन खिलाड़ियों का चयन बताता है कि ली ने केवल बड़े बोर्डों के सितारों पर निर्भर नहीं किया।

सबसे बड़ी बहस—बाबर आज़म बाहर क्यों? उनकी क्लास पर किसी को शक नहीं, वे लगातार रन बनाते आए हैं और T20I में टॉप रन‑स्कोरर्स में रहे हैं। लेकिन ली की टीम में कोहली और रिज़वान जैसे एंकर पहले से मौजूद हैं; ऐसे में बैलेंस, रोल‑क्लैरिटी और फिनिशिंग पावर को तरजीह मिली होगी। यही वजह है कि हार्दिक-पंड्या, धोनी जैसे फिनिशर और हसरंगा-राशिद जैसे दो स्पिन‑हिटर्स को साथ रखकर लाइन‑अप को फुर्तीली पहचान दी गई है।

चर्चा यहां खत्म नहीं होती। सूर्यकुमार यादव—जो T20I में लंबे समय से शीर्ष रैंकिंग के इर्द‑गिर्द रहे हैं—उन्हें जगह न मिलना हैरानी बढ़ाता है। भारत के T20 इतिहास में यूवराज सिंह का इम्पैक्ट (विशेषकर 2007) भी बड़ा रहा है, फिर भी वे इस सूची से बाहर हैं। बांग्लादेश से भी कोई नाम नहीं—जबकि शाकिब अल हसन और मुस्तफिज़ुर रहमान जैसे खिलाड़ी अक्सर T20I में प्रभाव छोड़ते रहे हैं। यह दिखाता है कि 12 नाम चुनना कितना मुश्किल है और चयन किसी भी दिन अलग तर्कों के साथ बदल सकता है।

अब जरा इस XI की संभावित संरचना समझें। ओपनिंग में रोहित के साथ रिज़वान या कोहली—दोनों कॉम्बिनेशन पावरप्ले में अलग टेंपो देते हैं। नंबर 4-5 पर कोहली/धोनी इनिंग को जोड़ते हैं, जबकि हार्दिक पंड्या डेथ में गति बढ़ाते हैं। गेंदबाज़ी में बुमराह की सटीक यॉर्कर, रऊफ की हलचल और नवीन की चेंज‑अप्स, साथ में राशिद‑हसरंगा की स्पिन जोड़ी—यह अटैक पिच और मैच सिचुएशन के हिसाब से पांच अलग गियर्स में शिफ्ट हो सकता है।

भारत के दो दिग्गज—रोहित शर्मा और विराट कोहली—T20I से संन्यास ले चुके हैं; टेस्ट को लेकर अलग‑अलग रिपोर्टें आती रही हैं, पर आधिकारिक स्थिति पर नजर रखना बेहतर है। ऐसे समय में उनकी ऐतिहासिक उपलब्धियों के आधार पर चयन ली के नजरिए को साफ करता है: उन्होंने पीक‑इम्पैक्ट और बड़े टूर्नामेंट के दबाव में परखे हुए खिलाड़ियों को प्रायोरिटी दी है।

एशिया कप 2025 की आहट के बीच यह सूची फैन्स के लिए बहस का एकदम ताज़ा विषय है। कौन ओपन करेगा? फिनिशिंग में धोनी‑हार्दिक की जोड़ी पर्याप्त है? दो स्पिनर या तीन तेज? और सबसे बड़ा सवाल—क्या बाबर आज़म जैसे रन‑मशीन को बाहर रखने से टीम की बैटिंग गहराई प्रभावित होती है? जवाब मैदान की परिस्थितियों के साथ बदलेंगे, पर इतना तय है कि यह XI कागज़ पर संतुलित और बहु‑आयामी दिखती है।

टीम शीट, संदर्भ और चयन की परतें

ली ने साफ किया है कि यह नाम बल्लेबाज़ी क्रम नहीं हैं। इसका मतलब कप्तान के पास मैचअप‑आधारित लचीलापन होगा—जैसे पावरप्ले में बाएं‑दाएं कॉम्बिनेशन, मिड‑ओवर में स्पिन‑हिटर्स, और डेथ में हार्दिक/धोनी की आक्रामक जोड़ी। Associate खिलाड़ियों की मौजूदगी नेट‑रणनीति में भी विविधता जोड़ती है: सीमित‑ओवर की लीगों में खेलने वाले ये खिलाड़ी अलग परिस्थितियों के आदी हैं।

  • टॉप‑ऑर्डर: रोहित शर्मा, विराट कोहली, मोहम्मद रिज़वान, बाबर हयात
  • मिडिल‑ऑर्डर/फिनिशर: एम.एस. धोनी (wk), हार्दिक पंड्या
  • स्पिन: राशिद खान, वनिंदु हसरंगा
  • पेस: जसप्रीत बुमराह, हैरिस रऊफ, मोहम्मद नवीन
  • ऑल‑राउंड/यूटिलिटी: अमजद जावेद

बांग्लादेश से किसी का चयन न होना फैंस को खटक सकता है। शाकिब की ऑल‑राउंड वैल्यू और मुस्तफिज़ुर की वैरिएशंस T20I में अक्सर निर्णायक रही हैं। फिर भी, 12 की सूची में जगह बनाना कठिन है—खासकर जब आप एशिया भर के पीक‑परफॉर्मर्स और टाइट कंटेस्ट में साबित खिलाड़ियों को प्राथमिकता दे रहे हों।

आखिर में यह सूची वही करती है जो एक ‘ऑल‑टाइम XI’ को करना चाहिए—यादों, आंकड़ों और भूमिका‑संतुलन को एक फ्रेम में रखकर चर्चा को जिंदा रखना। एशिया कप नजदीक आते ही बहस और तेज होगी: अगर कल मैदान पर उतरना हो तो आप किन 11 को अंतिम प्लेइंग XI में चुनेंगे, और किसकी जगह किसे बैठना होगा?

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