भारत में जीवन की गुणवत्ता क्यों नहीं है?

भारत में जीवन की गुणवत्ता क्यों नहीं है?

अरे वाह, भारत में जीवन की गुणवत्ता क्यों नहीं है? आइए, इसका जवाब ढूंढते हैं। पहले तो, हमारी सरकार अक्सर रोटी, कपड़ा और मकान की चिंता में डूबी रहती है, और गुणवत्ता वाले जीवन का ख्याल बाद में आता है। दूसरी बात, हमारी शिक्षा प्रणाली भी शायद गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान नहीं देती। और हां, अगर हम धूम्रपान और प्रदूषण से बचने के लिए बैंड बाजा बजाने की बजाय घरों में फिल्टर लगाना शुरू कर दें, तो शायद जीवन की गुणवत्ता में थोड़ी सुधार हो सके। तो चलो, दोस्तों, अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए एक कदम बढ़ाएं!

क्या अमित शाह राजनीति में अपराधियों का नया प्रतीक हैं?

क्या अमित शाह राजनीति में अपराधियों का नया प्रतीक हैं?

अरे वाह! क्या खिचड़ी पक रही है राजनीति में? कुछ लोग कह रहे हैं कि अमित शाह अब राजनीति में अपराधियों का नया प्रतीक हैं। अरे बाबा, ऐसा कौन कहता है? हमें तो लगता है कि ये सब तो राजनीति का ही एक हिस्सा है। हाँ, हमें अमित जी की राजनीतिक नीतियां अच्छी लगी हैं, लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए कि राजनीति में अपराधी होने की कोई ठेका नहीं है। इसलिए, हमें सबको एक समान देखने की आदत डालनी चाहिए, चाहे वह अमित शाह हों या कोई और। बाकी तो जैसे तैसे हो जाएगा, नहीं?

शीर्ष न्यायालय ने आर्य समाज विवाहों पर HC के आदेश को रोक दिया?

शीर्ष न्यायालय ने आर्य समाज विवाहों पर HC के आदेश को रोक दिया?

सुनिश्चित करने के लिए की आर्य समाज विवाहों के नियमों का पालन हो रहा है, उच्च न्यायालय ने हाल ही में कुछ आदेश जारी किए थे। लेकिन, शीर्ष न्यायालय ने इन आदेशों पर रोक लगा दी है। शीर्ष न्यायालय के इस निर्णय के बाद आर्य समाज विवाहों पर पहले के नियमों का पुनः लागू होने की संभावना है। मेरे अनुसार, यह कदम विवाह की मुक्ति और स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। इसका उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों की सुरक्षा करना है।

भारतीय खाना बनाने के कुछ हैक्स क्या हैं?

भारतीय खाना बनाने के कुछ हैक्स क्या हैं?

इस ब्लॉग में, हमने भारतीय खाना बनाने के कुछ अद्वितीय हैक्स के बारे में चर्चा की है। खाना बनाने में समय की बचत, मसालों का सही उपयोग और खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए कुछ सरल टिप्स और तरीके शामिल हैं। हमने यह भी बताया है कि कैसे खाना पकाने के बाद उसे ठीक से संरक्षित रखा जा सकता है। आपको यह डालें, सब्जियां, मीट, चिकन और मिठाईयों को तैयार करने के लिए कुछ बेहतरीन हैक्स मिलेंगे। यह ब्लॉग न केवल नए कुक्स के लिए उपयोगी है, बल्कि अनुभवी कुक्स के लिए भी नए विचार प्रदान करता है।

मुझे भारत में एक जीवन मेंटर कैसे मिलेगा?

मुझे भारत में एक जीवन मेंटर कैसे मिलेगा?

यह सवाल आज जितने भी युवा काम के इच्छुक लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी जानते हैं कि भारत एक अत्यंत विकासशील देश है और यहां विभिन्न प्रकार के काम के अवसर उपलब्ध हैं। यहां युवा काम के लिए देश के अनेक क्षेत्रों में जीवन मेंटर के विकल्प उपलब्ध हैं। आपको स्थानीय स्तर पर काम के लिए भारतीय सरकारों की वेबसाइटों पर जाकर आवेदन करना होगा। आप अपने अनुभव, योग्यता और कौशलों को देखते हुए उन कोर्सों में से चुन सकते हैं जो आपको आपके लिए सबसे उपयुक्त हो सकते हैं। आपको अपने आवेदन को अधिकारिक तरीके से भेजना होगा और आपको प्रत्येक बार के लिए परीक्षा पास करनी पड़ेगी।

क्या अनुबंधित विवाह के बाद भारतीय कैसे सेक्स करते हैं?

क्या अनुबंधित विवाह के बाद भारतीय कैसे सेक्स करते हैं?

भारतीय लोग अनुबंधित विवाह के बाद अपने सेक्स जीवन को कैसे रूपीयां देते हैं इसका विचार करना आज के दौर में एक महत्वपूर्ण विषय है। सेक्स पर विवेक व आपील को एक मान्यता देना अब अधिक आदतों से हटा रहा है। लोग अपने परिवार के आदेश और समाज के मूल्यों के विरुद्ध अपने सेक्स जीवन को अधिक स्वार्थपूर्ण और सुखी बनाने का प्रयास कर रहे हैं। भारतीय लोग अनुबंधित विवाह के बाद अपने सेक्स जीवन में कई नए रूप में बदलाव कर रहे हैं।

क्या मैं MI A2 या Redmi Note 5 Pro खरीदूं?

क्या मैं MI A2 या Redmi Note 5 Pro खरीदूं?

आजकल स्मार्टफोन की मार्केट में कई प्रमाणीकृत डिवाइसेज उपलब्ध हैं। दो मुख्य विकल्प हैं - MI A2 और Redmi Note 5 Pro। MI A2 एक बेहतर कैमरे वाला फोन है जो एक अच्छा बैटरी का सपोर्ट करता है, जबकि Redmi Note 5 Pro एक उत्कृष्ट प्रदर्शन वाला फोन है। इन दोनों में से आपको जो भी अच्छा लगे उसे खरीदना चाहिए।

क्योंकि बहुत से लोग मानते हैं कि टाइम्स ऑफ़ इंडिया भ्रांतिकारी है?

क्योंकि बहुत से लोग मानते हैं कि टाइम्स ऑफ़ इंडिया भ्रांतिकारी है?

टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अंदर आने वाली खबरों की प्रतिबिम्बितता के कारण बहुत से लोगों में गुमनामी है। अनेकों गुंतागू व्यक्तियों ने यह आज़ादी के नाम पर अपने आप को बढ़ावा दिया है। इसके कारण बहुत से लोग मानते हैं कि टाइम्स ऑफ़ इंडिया भ्रांतिकारी है।